जीवन का सार।
जिसके लिए कह रहे हो "कि काश",
वह है तुम्हारे पास,
तुम्हारी रूह सबसे ख़ास।रूह है एक रेशमी धागा,
जिसे ढूंढने हर कोई भागा,
जिसका पता है अनजान,
बसेरा है उसका जान।
जान तो है ज्ञान का महासागर,
नहीं है यह अहंकार की मिथ्या गागर,
जहाँ रूह की निर्मल नदी मेंं द्वेष का पंक नहीं,
सारा संसार है वही।
यही है जीवन का सार,
क्षीरसागर को करो पार,
पापों को दो हार,
यही है निर्मल, निश्छलता का अंतिम पुरस्कार।
👍👌true
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